"अभी थोड़ा रुक जाते हैं"

बस घर पे ही तो रेहना है,
तो थोड़ा रुक जाते हैं।

लड लेंगे फिर अपनो से, अपने आप से
लेकिन थोडा रुक जाते हैं ।

रखना है खुद का खयाल, थोडा अपनो का भी,
तो थोड़ा रुक जाते हैं।

साहस उनका है तो सब्र हम रखते हैं,
थोड़ा रुकना ही तो हैं।

हा पता है,
समंदर को पार करना है,
पर अभी थोड़ा रुक जाते हैं ।

उडाना है आसमान पे भी,
पर अभी थोड़ा रुक जाते हैं।



Comments

Popular Posts